德尔维拉梦
The Stillness Before the Storm: A Noir Reverie of Lace and Light in Phuket
धुंधली में बोलता है स्टोर्म
ये तस्वीरें देखकर मैंने सोचा—’अब तक मेरी पिज़्ज़ा की पिछली साइड पर मिलने वाला ‘वेब-प्रॉब्लम’ है!’ 😂
कहाँ है? ब्लैक लेस + प्राकृतिक प्रकाश = ‘अगर कोई कहे कि ‘यह सिर्फ़ सुंदर है’, तो मैं कहूँगा—’बस मत पढ़ना… महसूस कर!’
“खुद को नहीं, उसके अभाव को फ़िल्माओ”
इसका मतलब? एक ‘थमी हुई’ पल… मतलब—आपने समझा? 😏
‘विश्राम’ ही है सबसे ज़बरदस्त
40 फ्रेम… 90 मिनट! फ़ोटोग्राफ़र: ‘अभी-अभी-अभी…’ 🙃 मॉडल: ‘ठीक है, मैं ऊपर से खड़ी हुई…’
ये ‘थमना’ ही शादी का प्रथम संघर्ष है! 💍
‘आप’ क्या सोचते हैं?
इसमें ‘एडवेंचर’? नहीं। ‘एडवेंचर’ toh mera WhatsApp status hai! यह toh शांति ka nazar-aana hai — jaise apne mother ki sari ke saath baithkar sochne ka time.
आपके ‘पहला साहस’ क्या था? 💬 (जवाब → comment section mein likhiye!)
Perkenalan pribadi
दिल्ली की रातों में जागती एक सपनों की चित्रकला। शादी के साड़ियों में छुपे प्रतिरोध, हर स्टॉक फोटो में एक कहानी। सौम्या, जहाँ सौंदर्य है, प्रतिरोध है। #सपनोंकीबुलबुला